
बानेश्वर महतो
सरायकेला/चांडिल : अनुमंडल क्षेत्र के निवासियों को जंगली हाथियों के आतंक के साये में जीना विवशता बन गया है। भोजन व पानी के तलाश में हाथियों के झुंड गांव कस्बे में विचरण करने लगा है। हर दिन दो – चार गांव में हाथियों का झुंड घुसकर मकान तोड़ना, अनाज – सब्जी खाना दिनचर्या बन गया है। अब तो हाथियों के झुंड गांव के साथ साथ छोटे शहरों में भी घुसकर लोगों का दुकान व घर पर हमला बोल रहा है।
शनिवार की रात एन एच 32 के दुमदुमी गांव में कृष्णपद माहली का मकान तोड़ दिया। उसके बाद नीमडीह प्रखंड मुख्यालय रघुनाथपुर में स्थित ललिता बीज भंडार का दरवाजा तोड़ कर धान खाया, शिल्पा वेराइटी स्टोर व मनोज स्टोर का ग्रील तथा शटर तोड़ दिया। प्रवीर महतो का कटहल पेड़ से एक दर्जन से अधिक कटहल को अपना निवाला बनाया। रामनगर गांव के घनश्याम महतो, काशीनाथ महतो, लवकुश महतो, तपन महतो रघुनाथ महतो का लौकी, नेनुआ, करेला, बरबटी, गरमा धान आदि को खाया और पैरों से कुचल कर बर्बाद कर दिया।
ग्रामीणों ने कहा कि भोजन की तलाश के साथ साथ अवैध महुआ शराब चुलाई का अवशेष बास्की को खाने के लिए हाथियों के झुंड गांव में विचरण कर रहा है। उस अवशेष को खाने के बाद हाथी मतवाला होकर गांव के मकान, खेत, खलिहान को अपना निशाना बना रहा है। बता दें कि नीमडीह प्रखंड क्षेत्र के दर्जनों गांव में अवैध महुआ शराब का चुलाई धड़ल्ले से चल रहा है।
जिसका अवशेष भट्ठी संचालकों द्वारा खुले स्थान पर फेंक दिया जाता है। महुआ का अवशेष खाकर हाथी नशे में मतवाला होकर मकान, फसल आदि नष्ट कर रहा है। नीमडीह क्षेत्र के ग्रामीण वन विभाग व अवैध महुआ भट्ठी संचालकों के विरुद्ध जोरदार आंदोलन करने की तैयारी के रणनीति बना रहें हैं।